न्यायालय के बारे में
इस जजशिप की स्थापना वर्ष 1977 में हुई थी। पटना उच्च न्यायालय के मुख्य न्यायाधीश माननीय श्री न्यायमूर्ति कृष्ण बल्लव नारायण सिंह ने 16 जुलाई 1977 को प्रशासनिक न्यायाधीश, माननीय श्री न्यायमूर्ति शंभु प्रसाद की उपस्थिति में इस जजशिप का उद्घाटन किया था। सिंह. श्री जमीलुर रहमान को इस नव निर्मित जजशिप के पहले जिला और सत्र न्यायाधीश बनने का गौरव प्राप्त हुआ। श्री नरसिंह नारायण सिन्हा प्रासंगिक अवधि में गिरिडीह के पहले मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट थे। गिरिडीह वर्ष 1900-1901 ई. में बिहार राज्य के न्यायिक मानचित्र पर आया जब मुंसिफ और मुंसिफ मजिस्ट्रेट की अदालतें स्थापित की गईं। श्री आशुतोष पॉल को गिरिडीह के प्रथम मुंसिफ बनने का गौरव प्राप्त हुआ। उस समय गिरिडीह सिविल कोर्ट रांची जजशिप के अधीन था और यह 1949 तक रांची जजशिप का हिस्सा बना रहा। हज़ारीबाग की जजशिप अलग होने के बाद। यह हज़ारीबाग़ जजशिप का हिस्सा बन गया। गिरिडीह में अधीनस्थ न्यायाधीश की अदालत की स्थापना वर्ष 1973 में हुई थी। पटना उच्च न्यायालय के मुख्य न्यायाधीश माननीय श्री न्यायमूर्ति नंद लाल उटवालिया ने 17 अप्रैल 1973 को उप न्यायाधीश की अदालत का उद्घाटन किया। श्री मदन मोहन प्रसाद पहले उप न्यायाधीश थे गिरिडीह के जज. यहां यह उल्लेखनीय है कि पहले[...]
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